शिक्षाकर्मी परियोजना
राजस्थान के दुरस्थ (दूर-दराज)ग्रामीण गांवों के बच्चों की शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शिक्षाकर्मी परियोजना वर्ष 1986 में प्रारंम्भ की गई। इस परियोजना में उन गांवों का चयन किया गया-गांव दुरस्थ हो, शिक्षक अनियमित रहते, बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति बहेत कम हो एवं बच्चों का शैक्षिक स्तर बहुत कमजोर हो। इस तरह के गांवों में स्थानीय कम से कम आठवीं पास पुरूष एवं कम से कम पाँचवी पास महिला का चयन किया गया। ये चयनित व्यक्ति विद्यालय में अच्छे ढंग से कार्य कर सकें इसके लिए दस वर्ष तक नियमित प्रशिक्षण (प्रथम प्रशिक्षण 37 दिन इसके पश्चात ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन प्रशिक्षण) से गुजारा गया। स्थानीय स्तर पर नियमित सम्बलन मिले असके लिय पंचायत समिति स्तर पर शिक्षाकर्मी सहयोगी एवं स्थानीय चयनित संस्था जो शिक्षा में काम कर रही हो के प्रतिनिधि को जोडा गया।जो माह में दो दिन की बैठक आयोजित कर उनकी क्षमतावर्द्धन का काम करते थे साथ ही सीधे विद्यालयों में जाकर शिक्षाकर्मियों का सम्बलन करते थे। परिणामस्वरूप राजस्थान के शैक्षिक स्तर को बढाने में इस नवाचारी परियोजना में बहुत गहरा काम हुआ।