स्वास्थ्य कार्यक्रम

By , July 14, 2009 5:22 am

संस्था ने स्वास्थ्य के मुद्दे को शुरू से ही महत्वपूर्ण स्थान दिया। निम्न दो परियोजनाओं पर कार्य कर इसे मूर्त रूप दिया।

1. सीडा के साथ मिलकर प्रजनन एवं स्वास्थ्य अधिकार कार्यक्रम

प्रजनन एवं स्वास्थ्य अधिकार कार्यक्रम . यह कार्यक्रम में राजस्थान के 7 जिले (जयपुर, टोंक, अजमेर, नागौर, अलवर,सीकर व दौसा ) में चलाया गया। प्रयत्न संस्था जयपुर जिले की दूदू पंचायत समिति में यह कार्य कर रही है।
परियोजना के लक्ष्य

  • शिशु-मातृ मृत्यु दर में कमी लाना
  • प्रजनन दर में आवश्यक कमी लाना/परिवार कल्याण के साधनों का उपयोग
  • प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य के अधिकार पर समुदाय की समझ विकसित करना
  • एच आई वी/एड्स, यौन संक्रमण एवं प्रजनन मार्ग संक्रमण पर समझ बनाना
  • परियोजना के उद्देश्य
  • समुदाय को मजबूत बनाना ताकि प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य पर समझ के साथ निर्णय हो सके।
  • समुदाय, पंचायत एवं स्वास्थ्य सेवाओं के बीच समन्वय बनाना।
  • प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों पर पैरवी करना।
  • स्वयंसेवी संस्थाओं के नेटवर्क को मजबूत करना ताकि प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य की नीतियों पर प्रभावशाली तरीके से पैरवी करना।

प्रजनन एवं बाल विकास कार्यक्रम लगभग 23 गांवों में चल रहा है। प्रत्येक गांव में संस्था ने एक अथवा दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता  लगाया ताकि निम्न गतिविधि सफलतापूर्वक हो सके :-

  • बैंचमार्क सर्वे
  • प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य को लेकर वातावरण निर्माण
  • गांव के लोगों के साथ मिलकर गांव का स्वास्थ्य मानचित्रण
  • गांव स्तर पर अलग-अलग समूह (जैसे किशोर, किशारी, महिला, पुरूष, जन प्रतिनिधि, सरकारी कर्मचारी के साथ बैठकें
  • स्वास्थ्य जाँच शिविर-प्रत्येक गांव में एक अथवा दो बार डॉक्टर एवं स्टाफ से मिलकर स्वास्थ्य जाँच के लिए शिविर
  • जेण्डर संवेदनशीलता पर विभिन्न कार्यक्रम यथा कार्यशाला, रैली, नुक्कड नाटक…..
  • एच.आई.वी. एड्स पर जागरूकता अभियान
  • प्राथमिक चिकित्सा किट
  • किशोर, किशोरी, जन प्रतिनिधि, सरकारी कर्मचारी, महिला-पुरूषों के प्रशिक्षण
  • गांव वालों के पंचायत स्तर पर मंच एवं पंचायत समिति स्तर पर फैडरेशन निर्माण
  • सी.एच.एम. की क्षमतावर्द्धन हेतु प्रशिक्षण एवं प्रत्येक माह माह बैठक
  • दाई प्रशिक्षण वर्ष में दो बार
  • सरकारी अधिकारियों विशेषकर स्वास्थ्य के साथ समन्वयन
  • गांव स्तर पर काउंसलिंग
  • बाल मेले
  • गांव स्तर पर आपातकालीन फण्ड (3000 रुपये)

2. एस.डब्ल्यू.आर.सी. के साथ मिलकर संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रम

इस कार्यक्रम का केन्द्र महिलाए एवं बच्चे है।
इस कार्यक्रम के उद्देश्य निम्न है-

  • प्रजननीय व बाल स्वास्थ्य पर लोग संवेदनशील हो एवं इन सेवाओं का लाभ गांव के लोगों को मिल सके ।
  • समुदाय में सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं की समझ विकसित हो एवं इन सुविधाओं का लाभ ले सके ।
  • समुदाय के विभिन्न समूह किशोर, किशोरी, महिला, जनप्रतिनिधि, पुरुष इत्यादि की विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से क्षमतावर्द्धन हो सके ।

परियोजना में निम्न कार्य किए जा रहे हैं :-

  • दाईयों का चयन एवं प्रशिक्षण
  • महिला एवं बच्चों की स्वास्थ्य जांच
  • महिलाओं की बैठक एवं प्रशिक्षण
  • पुरूषों एवं किशोरों के साथ बैठक एवं प्रशिक्षण
  • किशोरी समूह बैठक एवं प्रशिक्षण
  • सैनेटरी पैड वितरण
  • दाईयों को प्रसव किट -सुरक्षित प्रसव हो इसके लिए दाईयों को प्रसव किट दिया गया
  • बच्चों एवं महिलओं को टीकाकरण हेतु प्रोत्साहन
  • गांव में स्वास्थ्य कमेटी का गठन
  • जन प्रतिनिधियों, सरकारी कर्मचारियों के साथ बैठक एवं प्रशिक्षण

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